कैमोमिला के रोगी में मानसिक लक्षणों को प्रधान माना गया हैं । रोगी अधिक क्रोधी और चिडचिडा होता है, साधारण पीडा को भी असह्य बताता हैं । बच्चे चिडचिडेपन के कारण कभी एक तो कभी दूसरी चीज़ के लिए कहते हैं, दिए जाने के बाद फेंक देते हैं और गोद मे ही रहना पसंद करते हैं ।
" कैमोमिला की प्रकृति "
बच्चे को गोद में लेने पर शांत रहता हैं । साधारण ( न सर्द, न गर्म) मौसम में अच्छा अनुभव करना । रोगी में क्रोध से रोग के लक्षण बढ़ते हैं । ठंडी हवा से, दांत निकलते समय की परेशानी से और रात में कष्ट बढ़ जाता हैं ।
" क्रोध व चिड़चिडापन "
छोटे बच्चो के दांत निकलते वक्त की समस्याओ के लिए यह अत्तम दवा हैं, परन्तु उस वक्त उनके मानसिक लक्षणों को ध्यान रखा जाता हैं । इसे क्रोध की दवा के रूप में जाना जाता हैं । क्रोध के आवेश से जो रोग उत्पन्न होते हैं, उन्हे यह दवा ठीक कर देती हैं ।
क्रोध और चिडचिडापन एक-दूसरे के पूरक हैं । क्रोधित होने वाला व्यक्ति हर बात से चिड जाता है, और चिडचिडे व्यक्ति को थोङे सा टोकने पर भी क्रोध आ जाता हैं ।
>> बच्चों में मानसिक लक्षण - बच्चा गोद में रहना चाहता हैं उसे कोई चीज अच्छी नही लगती, उसे फेंक देता हैं । कैमोमिला के बच्चो को उनकी चेष्टाओ से पहचाना जा सकता हैं । उसे कितना क्रोध आ रहा है, वह कितना चिडचिडा है । वह कभी इस चीज और कभी उस चीज़ की तरफ हाथ बढाता हैं । जब वह चीज़ उसे दे दी जाती है, तो वह उसे फेंक देता है, चिल्लाता हैं । दांत निकलने की पीड़ा के कारण यह चिडचिडाहट होती हैं । उसकी यह परेशानी कैमोमिला की एक मात्रा से ही दूर हो जाती हैं ।
>> युवाओं में कैमोमिला के मानसिक लक्षण - क्रोध तथा चिडचिडापन युवाओं के भी मानसिक लक्षण हैं, यह दवा इन पर भी उतनी ही प्रभावी हैं, जितनी बच्चों पर ।
" ज्यादा दर्द का अनुभव "
दर्द को शान्त करने के लिए होम्योपैथिक में इसे उत्तम दवा माना गया हैं । रोगी थोड़े से दर्द से ही तिलमिला उठता है, और आसमान सिर पर उठा लेता हैं । दर्द से कहराता है । ऐसे दर्द में अगर उसे कैमोमिला 200 शक्ति की एक मात्रा दी जाए, तो उसकी दर्द की शिकायतें जाती रहती हैं ।
दर्द के साथ सुन्नपन - इसका एक विशेष लक्षण यह हैं कि जिस अंग में दर्द होता हैं, उसमें सुन्नपन आ जाता हैं, तो उसे कैमोमिला दूर कर देती हैं।
" बच्चो में दांत निकलते वक्त की समस्याए "
कान व पेट का दर्द, ऐंठन, पालक से दस्त, नींद न आना निसंदेह इन शिकायतों के लिए भी कैमोमिला अमृत तुल्य दवा हैं, परन्तु इन लक्षणों के साथ बच्चो में चिडचिडापन का लक्षण होना जरूरी है ।
" कैमोमिला के अन्य लक्षण "
>> गर्मी से दांत दर्द बढना - रोगी का ठंडे मिजाज़ का होना और ठंड को पसन्द नहीं करना इसका ' व्यापक लक्षण ' हैं और दांत दर्द में ठंडे पानी से आराम होना ' विशिष्ट लक्षण ' है ।
>> पैरो में जलन - पैरो में जलन का लक्षण कैमोमिला के मरीजों में भी पाया जाता हैं । यह लक्षण सल्फर में भी होता हैं ।
>> युवाओं में गठिए का दर्द - कैमोमिला युवाओं के दर्द , विशेषकर गठिए के दर्द में लाभप्रद होती हैं ।
>> एक गाल लाल दूसरा पोला - बच्चे में यदि यह लक्षण पाया जाए तो उसकी सभी शिकायते यह दवा दूर कर देती हैं।
कैमोमिला की प्रकृति - यह शीत प्रधान औषधि है ।
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