एगनस कैस्टस ( AGNUS CASTUS ) औषधि के व्यापक लक्षण, मुख्य रोग, गुण और फायदों का विस्तार से जाने -
- नपुंसकता - जननेंद्रिय के दुरुपयोग से शिथिलता आना
- जवानी में बुढ़ापे का आगमन
- स्त्री रोग- सफेद प्रदर
- प्रसूता को दूध में कमी
" एगनस कैस्टस औषधि की प्रकृति "
वासना व मैथून क्रिया से रोग में वृद्धी होती है। और किसी भी कारण से रोग में कमी नही आती।
" नपुंसकता "
जननेन्द्रिय के दुरुपयोग से शिथिलता आना, वर्तमान में नवयुवक तथा नवयुवतिया जिस प्रकार बाल अवस्था में कुप्रवृत्तियो के शिकार हो जाते हैं जैसे- हस्तमैथुन , गुदामैथुन और पशुमैथुन आदि घृणित आदतें। जो इन आदतों के शिकार हो जाते हैं, वे परिणामस्वरूप नपुसंक हो जाते हैं।
विवाहित व्यक्ति भी अगर इन्द्रिय वासना में डूब जाते हैं , कुछ समय बाद वे भी नपुसंकता के शिकार हो जाते हैं। ऐसे लोगों का शरीर क्षीण होने लगता हैं, उनकी स्मरण शक्ति कमजोर, किसी बात को समझ न पाना, अगर वे विद्यार्थी हैं तो पढने में मन नही लगना, और जिन्दगी बेजान लगती हैं। ऐसी अवस्था में यह औषधि लाभप्रद व कारगर होती हैं।
स्त्रियों में भी ऐसे कुकर्त्यो से भोग की इच्छा खत्म हो जाती हैं, तो इस औषधि से सेवन यह समस्या दूर हो जाती हैं । उसे 15 से 20 बूंद का एक माह तक दिन में तीन बार दी जाती हैं। इससे उसके शरीर में विवाह से पहले जैसी रंगत आ जाएगी ।
" नपुंसकता की अन्य औषधियाँ और उनकी तुलना "
- एगनस कैस्टस - इसमें भोग इच्छा की कमी होती है, यह नपुसंकता को दूर कर भोग इच्छा में वृद्धी करती हैं।
- कैलेडियम और सिलेनियम - इसमे भोग की इच्छा रहती है , लेकिन इन्द्री शिथिल होती हैं ।
- कोनायम तथा फॉसफोरस - इनमे इन्द्रिय दमन के कारण नपुसंकता आ जाती है ।
- ओनोसमोडियम - इसमें स्त्री में भोग इच्छा नही रहती , यह स्त्री की भोग इच्छा बढ़ाने में लाभप्रद हैं ।
- लाइकोपोडियम व सलफ़र - जब जननेन्द्रिय शीतल , शिथिल तथा छोटी पड जाती है । तब यह कारगर साबित होती है।
- योहिमबीनम - यह औषधि भी नपुसंकता को दूर करने लाभप्रद होती है ।
- थूजा - यह औषधि गोनोरिया के कारण आई नपुसंकता लाभदायक होती है ।
" जवानी में ही बुढ़ापा आना "
वीर्य क्षय और जननेन्द्रिय सम्बंधी कुकर्मों के कारण जवानी में ही बूढ़ापा आ जाता है। जीवन में हताशा व निराशा आ जाती हैं, जिससे आत्म ग्लानि, आत्म हत्या का विचार, याददास्त की कमजोरी आदि लक्षणों में यह औषधि दी जाती है।
" सफ़ेद प्रदर "
स्त्रियों में प्रदर की समस्या अनेक कारणों से होती हैं। लेकिन जब अधिक मैथून क्रिया से योनि शिथिल हो जाए और उसमे से गाढ़ा सफेद पद्धार्थ आए तो वह सफेद प्रदर होता है । जो कपड़े पर सूख जाने पर पीला पड़ जाता है । तब यह औषधि लाभप्रद होती है।
" प्रसूता को दूध न आना "
प्रसव के बाद जब प्रसूता को दूध नही उतरता हैं, या कम उतरता हो तो यह औषधि दी जाती हैं, जिससे दूध बढ़ जाता है और आसानी से उतरने लगता है
" एगनस कैस्टस की शक्ति व प्रकृति "
एगनस कैस्टस औषधि 1, 3 , 30 , 200 व अधिक शक्ति में दी जाती हैं ।
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