चिनिनम सल्फ्यूरिकम कुनीन का दूसरा नाम हैं । यह औषधि शुद्ध कुनीन होती हैं । एलोपैथी में हर किस्म के मलेरिया को ठीक करने लिए कुनीन दी जाती हैं । परन्तु कुनीन का अपने ढंग का ज्वर होता हैं, जिसमें चिनिनम सल्फ्यूरिकम उच्च शक्ति में कुनीन के दोषों को उत्पन्न किए बगैर ही ज्वर को ठीक कर देती हैं । कुनीन की थोड़ी मात्रा के सेवन से यदि मलेरिया ठीक नहीं होता, तो डॉक्टर इसकी मात्रा को बढ़ा देते हैं । जिससे बुखार उतरने के बजाय दब जाता हैं और अन्य लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं । कान बहरे हो जाते हैं, भूख लगनी बंद हो जाती है, शरीर में क्षीणता, दुर्बलता आ जाती है, खून की कमी हो जाती हैं ।
चिनिनम सल्फ्यूरिकम में सवेरे 10, 11 बजे लगभग और तीसरे पहर के 3 बजे से रात के 10 बजे तक एक दिन का अन्तर देकर, दो घंटे आगे बढ़कर ज्वर आता हैं । इसी दौरान रोगी को ठंड लगती हैं ।
इसके रोगी को शीत अवस्था, उत्ताप की अवस्था और स्वेद की अवस्था, ज्वर की इन तीनों अवस्थाओं में रोगी प्यास रहती हैं ।
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